पटना में डीजल ऑटो के परिचालन पर लगा रोक, गया और मुजफ्फरपुर में नहीं चलेगी 15 साल पुरानी गाड़ियां

राजधानी पटना में अब डीजल ऑटो नहीं दिखेगा। सरकार ने डीजल से चलने वाले ऑटो के परिचालन पर रोक लगा दी है। वही मुजफ्फरपुर और गया में 15 साल पुरानी टैक्सी, ट्रक और बस पर भी बैन लगाया गया है। 01 अक्टूबर से गया और मुजफ्फऱपुर में सभी तरह के कमर्शियल वाहनों पर रोक लगेगी। 15 साल पुरानी गाड़ियों का फिर से रजिस्ट्रेशन नहीं होगा।
वही 30 सितंबर से डीजल से चलने वाली ऑटो पर भी रोक लगाई जाएगी। मंगलवार को नीतीश कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। बिहार सरकार ने बढ़ते वायू प्रदूषण को लेकर यह फैसला लिया है। वही सरकार ने बिहार में 1 लाख 78 हजार से अधिक शिक्षकों की बहाली का फैसला लिया है। नीतीश कैबिनेट ने शिक्षक नियमावली 2023 पर अपनी मुहर लगा दी है। इसके बाद बीपीएससी के माध्यम से बिहार में शिक्षकों की बहाली का रास्ता साफ हो गया है।
दरअसल, बिहार में सातवें चरण की शिक्षक बहाली को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। इसको लेकर सियासत भी खूब हो रही थी। इसी बीच शिक्षा विभाग ने शिक्षकों का वेतन निर्धारण कर प्रस्ताव सरकार के पास भेज दिया था। पहले से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि आज होने वाली कैबिनेट की बैठक में उसपर मुहर लग जाएगी और सरकार ने शिक्षक बहाली से जुड़े प्रस्ताव पर अपनी स्वीकृति दे दी। नीतीश कैबिनेट ने नई शिक्षक बहाली नियमावली पर मुहर लगाते हुए बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद का सृजन कर दिया है।
बिहार सरकार की नई शिक्षक बहाली नियमावली के तहत पंचायत प्रारंभिक शिक्षक/नगर प्रारंभिक शिक्षक के मूल कोटि के 39758 पद, जिला संवर्ग के मूल कोटि के 40185 पद, विशेष शिक्षक के लिए पंचायत प्रारंभिक शिक्षक/नगर प्रारंभिक शिक्षक के मूल कोटि और स्नातक कोटि के 5534 एवं 1745 सृजित पद को प्रत्यर्पित करते हुए कक्षा 1 से 5वीं तक के लिए शिक्षा विभाग के नियंत्रणाधीन विद्यालय अध्यापक के मूल कोटि के 85477 पद एवं वर्ग 6 से 8वीं तक के लिए विशेष अध्यापक के स्नातक कोटि के लिए 1745 पदों के सृजन को स्वीकृति दी है जबकि 9वीं, 10वीं और ग्यारहवीं बारहवीं के लिए कुल 90804 पदों के सृजन पर स्वीकृति की मिली है।
बीपीएससी की परीक्षा पास कर बहाल हुए शिक्षकों का सरकार ने वेतन निर्धारण कर दिया है। कक्षा 1-5 तक के शिक्षकों को 25 हजार, कक्षा 6-8 तक के शिक्षकों को 28 हजार, कक्षा 9-10 के शिक्षकों को 31 हजार और कक्षा 11 से 12 के शिक्षकों को 32 हजार रुपए मूल वेतन देगी। इसके अलावा राज्यकर्मियों को मिलने वाले अन्य वेतन भत्ते भी शिक्षकों को मिलेंगे।
बता दें कि शिक्षक बहाली की नई नियामावली के मुताबिक अब टीईटी, एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को BPSC द्वारा आयोजित परीक्षा को पास करना होगा। शिक्षक संगठनों और अभ्यर्थियों के लाख विरोध के बावजूद सरकार ने इसपर कोई ध्यान नहीं दिया है। अब बीपीएससी जल्द ही शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया शुरू कर देगा। हालांकि शिक्षक संघ ने इसे शिक्षकों के साथ छलावा बताया है और सरकार के फैसले का विरोध जताने का एलान कर दिया है।

बिहार के शिवहर जिले को रेल लाइन से जोड़ने के लिए भारतीय छात्र युवा एकता मंच का दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरणा प्रदर्शन।

नई दिल्ली। दिनांक- 27/12/2022 दिन मंगलवार को भारतीय छात्र युवा एकता मंच के द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर पर  धरणा प्रदर्शन एवं रेलवे बोर्ड को ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम रखा गया हैं।जिसमे बिहार से चलकर संगठन के सैकड़ों युवा कार्यकर्ता आज नई दिल्ली पहुँच गए हैं।संगठन की तरफ से ये भारत सरकार रेल मंत्रालय से ये मांग की गई  बिहार के शिवहर जिला जो कि 1994 में एक स्वतंत्र जिला बना और इसकी वर्तमान आबादी लागभग 8 लाख से ज्यादा हैं, आजतक रेलमार्ग से नही जुड़ पाया है उसे अविलम्ब जोड़ा  जाए।भारतीय छात्र युवा एकता मंच इस मुद्दे को कई बार स्थानीय स्तर पे भी उठा चुका हैं।कार्यक्रम का अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियरंजन ठाकुर, कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय प्रवक्ता चंदन ठाकुर,राष्ट्रीय महासचिव रूपेश कुंवर,  रूपेश चौधरी मीडिया प्रभारी ,बिहार प्रदेश अध्यक्ष अजित कुमार पांडेय(पी• अजित कुमार), प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक यादव,प्रदेश महासचिव राजू मंडल महासचिव हरिओम यादव अमित रंजन , धीरज यादव आदित्य रंजन सुनीत झा ................ आदि संगठन से जुड़े सैकड़ो कार्यकता  द्वारा  सफलता पूर्वक एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया ।

                               टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस

इंडोनेशिया के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य को कीनोट स्पीकर के लिए आमंत्रण

इंडोनेशिया की राजधानी शहर जकार्ता में IFERP   के द्वारा 23 -24 फरवरी 2023 के दौरान कंप्यूटर साइबरनेटिक्स एवं एजुकेशन पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (ICCCE 2023) का आयोजन किया जा रहा है जिसमें चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी डेलावारे, यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य को मुख्य वक्ता (कीनोट स्पीकर) के लिए आमंत्रित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त विशिष्ट कुलपति डॉ. विश्व नाथ मौर्य को एशियन अमेरिकन डिस्टिंगिश्ड यूनिवर्सिटी प्रोफेसर ऑफ मैथमेटिकल, स्टेटिस्टिकल, कंप्यूटेशनल , मैनेजमेंट, डाटा साइंस एंड इंजीनियरिंग के रूप में प्रख्यात हैं जिन्हें हाल ही में आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर में इसी दिसंबर माह में कम्युनिकेशन, नेटवर्क और कंपीटिंग (CNC 2022) के विषय पर तीन दिवसीय आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में गेस्ट ऑफ ऑनर एंड कीनोट स्पीकर के लिए आमंत्रित किया गया था जिस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में परम सुपर कंप्यूटर के निर्माता एवं नालंदा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलाधिपति रह चुके कंप्यूटर साइंटिस्ट पद्मभूषण डॉ. विजय पांडुरंग भटकर (  Ex Chancellor, Nalanda University,  Computer Scientist Padma Bhushan Dr. Vijay P. Bharkar) को बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया गया था और उन्हें उनकी विशेष उपलब्धियों को दृष्टिगत रखते हुए अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के विशिष्ट कुलपति प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Executive Vice  Chancellor Prof.Dr. Vishwa Nath Maurya)  समेत अन्य ख्याति प्राप्त विद्वतगणो और शिक्षाविदों की उपस्थिति में डॉक्टर ऑफ साइंस (D.Sc.) की मानद डॉक्टरेट उपाधि से सम्मानित किया गया।
उक्त श्रृंखला में  उल्लेखनीय है कि साइंटिफिक रिसर्च पब्लिशिंग यूएसए के कोलाबोरेशन में इंजीनियरिंग इन्फॉर्मेशन इंस्टीट्यूट के द्वारा चीन के चेंगडू में 30 मई -1 जून 2023 के दौरान स्टेटिस्टिक्स, मैथमेटिकल मॉडलिंग एंड एनालिसिस (SMMA -2023) विषय पर आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में भी अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के विशिष्ट कुलपति प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य को बतौर कीनोट स्पीकर और सेसन चेयर आमंत्रित किया गया है। विश्व के प्रतिष्ठित सगठनों IEEE, WASET (World Academy of Science, Engineering and Technology, Italy) एवं IRED (Institute of Research Engineers and Doctors), USA  द्वारा दुनिया के भिन्न - भिन्न देशों में आयोजित होने वाले दर्जनों अंतराष्ट्रीय सम्मेलनों में रिसोर्स पर्सन के रूप में  कुलपति प्रो. वी. एन. मौर्य को उनके उल्लेखनीय शैक्षणिक और शोध के गुणवत्ता एवं विकास को दृष्टिगत रखते हुए टेक्निकल/कांफ्रेंस कमिटी में शामिल किया गया है।
आपको बता दें कि कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा और शोध के विकास के लिए अपने अनेकानेक उत्कृष्ट प्रदर्शन और उपलब्धियों के लिए दर्जनों विशिष्ट पुरस्कारों से सम्मानित किए जा चुके हैं। विशेषकर उच्च शिक्षा और शोध से जुड़े लोगों को जानकर आश्चर्य होगा कि प्रो. वी. एन. मौर्य ने न केवल  साइंस, टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट संकायों के कई महत्वपूर्ण विषयों में मास्टर्स, पी-एच.डी., डीबीए, डी. लिट. और डी.एस-सी. की उपाधियों को अर्जित किया है अपितु उन्हें देश -विदेश के कई प्रतिष्ठित संस्थानों और विश्वविद्यालयों से कई विषयों में डी. लिट. और डी.एस-सी. की मानद डॉक्टरेट उपाधि से भी नवाजा जा चुका है। और, इतना ही नहीं अपितु भारत गौरव, राष्ट्रीय शिक्षा रत्न प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने अमेरिकी, अफ्रीकी,  आस्ट्रेलियाई और एशियाई विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष, डीन, डायरेक्टर, परीक्षा नियंत्रक, प्रधान परीक्षक, प्रो -वाइस चांसलर एवं एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर जैसे सभी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त होकर विगत 26 वर्षों से विज्ञान तकनीकी एवं प्रबंधन के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवा किया है। आस्ट्रेलिया महाद्वीप के फिजी विश्वविद्यालय, फिजी में गणित एवं सांख्यिकी विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के सेवाकाल के दौरान प्रो. विश्व नथ मौर्य को सऊदी इलेक्ट्रानिक यूनिवर्सिटी, सऊदी अरब में स्टेटिस्टिक्स प्रोफेसर पद पर और कॉपरस्टोन यूनिवर्सिटी, किटवे, जांबिया (साउथ अफ्रीका) के साइंस एंड टेक्नोलॉजी फैकल्टी के प्रोफेसर एवं डीन के पद पर नियुक्ति हुई थी। अभी हाल में विगत मई 2022 में भी प्रो. मौर्य को कॉपरस्टोन यूनिवर्सिटी, किटवे, जांबिया (साउथ अफ्रीका) के फिजिकल साइंसेज एंड इंजीनियरिंग फैकल्टी के सीनियर डीन के पद पर कुलपति सितवाला मुंडिया (CU 's Vice Chancrllor Prof.Dr.SitwalaMundia) के द्वारा पुनः नियुक्त किया गया किन्तु कुछ व्यक्तिगत कारणों से प्रो. मौर्य ने ज्वाइन नहीं किया। उत्तर प्रदेश की राजधानी शहर लखनऊ और जिला बस्ती के मूल निवासी प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य वर्तमान में चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंची यूनिवर्सिटी डेलावारे, यूंएसए में एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर के पद पर कार्यरत हैं और अपने अब तक के विशिष्ट कुलपति एवं क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल सांता क्रुज अर्जेंटीना के डीन एवं डायरेक्टर के सेवाकाल में भारत सरकार के नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC), बंगलौर द्वारा एक्रेडिटेड करीब 20 संस्थानों और विश्वविद्यालयों के साथ इंटरनेशनल कोलाबोरेशन के लिए एमओयू एग्रीमेंट कराने में सफलता हासिल किया है। विशेष तौर पर कुलपति प्रो. मौर्य के कुशल नेतृत्व में भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के एमओयू एग्रीमेंट के जरिए भारतीय छात्र - छात्राओं और प्राध्यापकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल करने और उत्कृष्ट शोध करने एवं वैश्विक स्तर पर उच्च कोटि के रोजगार पाने का सुनहरा अवसर मिलेगा। आगामी वर्षा में अमेरिकी विश्वविद्यालयों के कोलाबोरेशन में भारत के प्रमुख शहरों में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनो का आयोजन प्रस्तावित है जिसके सफलता पूर्वक क्रियान्वयन के लिए विशिष्ट कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य प्रयासरत हैं और अपने पार्टनर यूनिवर्सिटी के कुलपतियों, डीन और डायरेक्टर से विचार विमर्श कर रहे हैं।

                                 टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस

आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के 'सीएनसी" इंटरनेशनल कांफ्रेंस में चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर एमओयू एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करके छात्रों और शिक्षकों को दिया सुनहरा अवसर ।

भारत में मध्य प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों में टॉप रैंक प्राप्त आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के क्षेत्र में संवर्धन के लिए हाल ही में तीन अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया है जिसमें चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी (CIDVU), डेलावारे ; वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साइंसेज, टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड आर्ट्स, डेलावारे यूएसए और क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल, सांता क्रुज, अर्जेंटीना (साउथ अमेरिका) के नाम शामिल हैं। भारत सरकार के नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) बंगलौर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर में दिनांक 9 दिसंबर 2022 को उक्त तीनों अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू प्रोग्राम के आयोजन के साथ ही कम्युनिकेशन, नेटवर्क एंड कम्प्यूटिंग (CNC  - 2022) विषय पर तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन भी किया गया है। चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य (CIDVU's Execututive Vice Chancellor Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) ने अवगत कराया कि उन्हें उक्त इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में आईटीएम यूनिवर्सिटी के दिनांक 25 नवंबर 2022 के निमंत्रण पत्र द्वारा गेस्ट ऑफ ऑनर के लिए आमंत्रित किया गया था। निमंत्रण पत्र को सहर्ष स्वीकार करते हुए अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के एक्जीक्यूटिव वीसी प्रो. वी. एन. मौर्य 8 -10 दिसंबर 2022 के दौरान आयोजित  तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर और किनोट स्पीकर उपस्थित हुए जहां देश के प्रसिद्ध कंप्यूटर साइंटिस्ट पद्मा भूषण डॉ. विजय पी.भटकर (Computer Scirntist, Padma Bhushan Dr. Vijay P. Bhatkar) एवं अटल बिहारी वाजपेई ट्रिपल आईटीएम ग्वालियर के डायरेक्टर प्रो. एस. एन. सिंह (IIITM Gwalior Director Prof. S. N. Singh) भी बतौर चीफ गेस्ट उपस्थित हुए। साथ ही आईआईटी समेत देश-विदेश के अन्य विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर एवं शोधकर्ता भी शामिल हुए।
दिनांक 8 दिसंबर 2022 को कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि देवो भव: के तर्ज पर गेस्ट ऑफ ऑनर और चीफ गेस्ट का पुष्प और स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए आईटीएम यूनिवर्सिटी के प्रो - चांसलर श्री दौलत सिंह चौहान (Pro- Chancellor Shri Daulat Singh Chauhan) की गरिमामई उपस्थिति में स्वागत किया गया। तत्पश्चात उनके अभिभाषण का कार्यक्रम शुरू हुआ। पूर्व में नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर रह चुके कंप्यूटर साइंटिस्ट पद्मा भूषण डॉ. विजय पांडुरंग भटकर ने बतौर चीफ गेस्ट अपने अभिभाषण में वैज्ञानिक सोच समझ के साथ जीवन के अन्य पहलुओं पर ध्यान देने पर बल दिया। क्वांटम मैथ्स और क्वांटम मैकेनिक्स की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए विशेष रूप से मानवीयता को अपनाने के लिए महत्व दिया। दा विंसी यूनिवर्सिटी यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने साइंस टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड आर्ट्स के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के संवर्धन के लिए इंटरनेशनल कोलाबोरेशन पर बल देते हुए कहा कि भारतीय और अमेरिकी विश्वविद्यालयों के बीच इंटरनेशनल कोलाबोरेशन के माध्यम से समन्वय स्थापित करके छात्र - छात्राओं को उत्कृष्टतम उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में लाभान्वित किया जा सकता है।  एक्जीक्यूटिव वीसी प्रो. वी. एन. मौर्य ने इस मुख्य बिंदु को लेकर ही सभागार में उपस्थित छात्र- छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित करते हुए संक्षिप्त रूप से अमेरिकी विश्वविद्यालयों  के साथ सहकारिता और सहभागिता के साथ पठन -पाठन पर जोड़ देकर उत्साहित करते हुए अपनी बात को विराम दिया। आईआईटी रुड़की के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ. बृजेश कौशिक (IIT Roorkee Prof. Dr. Brijesh Kaushik) ने छात्रों को ज्ञान -विज्ञान के हर क्षेत्र से रूबरू होने के लिए सचेत किया जिससे उन्हें अपने प्रोफेशनल करियर में उसका भरपूर लाभ मिल सके। आईटीएम के प्रो - वाइस चांसलर  प्रो. संतोष किशन नारायण खेडकर (Pro -Vice Chancellor Prof. S.N. Khedkar), डीन एकेडमिक प्रो. रंजीत सिंह तोमर समेत अन्य लोगों ने अपने वक्तव्य प्रस्तुत करके छात्र -छात्राओं को नवाचार और नव अन्वेषण के लिए प्रेरित किया।  कार्यक्रम में मंच पर आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज ग्वालियर की डायरेक्टर डॉ. मीनाक्षी मजूमदार भी उपस्थित रहीं।
उक्त संदर्भ में उल्लेखनीय है कि 8 दिसंबर को कार्यक्रम के अपरान्ह में विशेष दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन भी किया गया जिसमें  भारत के स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में परम सुपर कंप्यूटर के निर्माता पद्मश्री एवं पद्म भूषण डॉ. विजय पांडुरंग भटकर (Param Super Computer Designer, Padma Bhushan Dr. Vijay Pandurang Bhatkar) एवं प्रसिद्ध तबला वादक पद्म विभूषण जाकिर हुसैन को क्रमशः मानद डॉक्टरेट की डी. एस -सी. और डी. लिट. उपाधियों से सम्मानित किया गया। उक्त श्रृंखला में आपको बता दें कि पद्म भूषण डॉ. विजय पांडुरंग भटकर C -DAC के फाउंडर एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर रह चुके हैं एवं वर्तमान में उन्नत भारत अभियान के चेयरमैन और विजनाना भारती के प्रेसीडेंट भी हैं।
इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दूसरे दिन 9 दिसंबर को चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, यूएसए के विशिष्ट कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने उपरोक्त तीनों अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के बीच एमओयू एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया। उक्त एमओयू प्रोग्राम में सीआईडीयू के एक्जीक्यूटिव वीसी एवं एशियन अमेरिकन डिस्टिंगुश्ड यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (CIDVU's Executive Vice Chancellor and Asian American Distinguished University Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya)  के साथ एमओयू एग्रीमेंट पर आईटीएम यूनिवर्सिटी, ग्वालियर के वाइस चांसलर प्रो. शेर सिंह भाकर (Vice Chancellor Prof. S.S. Bhakar), रजिस्ट्रार डॉ. ओमवीर सिंह (Registrar Dr. Omvir Singh) और इंटरनेशनल कॉपरेशन अफेयर्स एंड प्रोजेक्ट्स के  डीन प्रोफेसर डॉ. श्याम आकाशे (Dean, International Cooperation & Projects,  Prof. Dr. Shyam Akashe) ने आईटीएम यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. संतोष किशन नारायण खेडकर (Pro -Vice Chancellor Prof. Dr. S. N. khedkar), डीन एकेडमिक प्रो.रंजीत सिंह तोमर, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. आनंद कुमार पांडेय, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. पल्लवी खत्री, अन्य संकायों के डीन समेत प्रो. (डॉ.) दिनेश कुमार त्यागी,  उप रजिस्ट्रार डॉ. बसंत टलरेजा एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में अपने हस्ताक्षर किए। गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा और उत्कृष्ट शोध से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओ पर उक्त विश्वविद्यालयों के बीच करारनामा हुआ जिससे दोनो विश्वविद्यालयों के छात्र -छात्राओं और प्राध्यापकों को विशेष रूप से लाभान्वित किया जा सके। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से स्पॉन्सर होने वाले ज्वाइंट रिसर्च प्रोजेक्ट पर दोनो विश्वविद्यालयों के छात्र -छात्राओं और शिक्षकों को अप्लाइड साइंस, मेडिकल साइंस, टेक्नोलॉजी,  मैनेजमेंट, कॉमर्स एंड आर्ट्स के भिन्न- भिन्ना संकायों के महत्वपूर्ण विषयों और विधाओं में गुणवत्तापूर्ण शोध कार्य करने का सुनहरा अवसर मिल सके जिससे उन्हें वैश्विक स्तर पर अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो सके। विशेषकर इच्छुक छात्र -छात्राओं को डुअल सर्टिफिकेशन के साथ डुअल डिग्री मिलने से उन्हें उनके करियर में विशेष लाभ मिलने की अपार संभावनाएं होंगी।

                             टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस

तीन अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर ने किया एमओयू एग्रीमेंट : एग्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य

चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी,  डेलावारे, यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने अद्यतन खबरों के साथ अवगत कराया है कि   मध्य प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों में टॉप रैंक के आईटीएम यूनिवर्सिटी, ग्वालियर ने दिनांक 9 दिसंबर 2022 को चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी (CIDVU), डेलावारे समेत तीन अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया है। एमओयू एग्रीमेंट में अन्य दो अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साइंसेज, टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड आर्ट्स, डेलावारे यूएसए और क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल, सांता क्रुज, अर्जेंटीना (साउथ अमेरिका) का नाम है।
 आईटीएम यूनिवर्सिटी, ग्वालियर में दिनांक 9 दिसंबर 2022 को एमओयू प्रोग्राम के दौरान सीआईडीयू के शासनात्मक एवं विशिष्ट कुलपति और एशियन अमेरिकन डिस्टिंगुश्ड यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (CIDVU's Executive Vice Chancellor and Asian American Distinguished Univrrsity Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) के द्वारा हुए निरीक्षण एवं मीटिंग में प्राप्त विवरण और अभिलेखों के अनुसार आईटीएम यूनिवर्सिटी, ग्वालियर,  देश के मध्य प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों में टॉप रैंक पर आता है जिसे भारत सरकार के नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) बंगलौर एवं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त है। 
उक्त तीनों अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू एग्रीमेंट पर आईटीएम यूनिवर्सिटी, ग्वालियर के वाइस चांसलर प्रो. एस. एस. भाकर (Vice Chancellor Prof. Sher Singh Bhakar), रजिस्ट्रार डॉ. ओमवीर सिंह (Registrar Dr. Omvir Singh) और इंटरनेशनल कॉपरेशन अफेयर्स एंड प्रोजेक्ट्स के  डीन प्रो. श्याम आकाशे (Dean, International Cooperation & Projects,  Prof. Shyam Akashe) ने आईटीएम यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. संतोष किशन नारायण खेडेकर (Pro -Vice Chancellor Prof. Dr. S. N. khedekar) , डीन एकेडमिक प्रो.रंजीत सिंह तोमर, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. आनंद कुमार पांडेय, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. पल्लवी खत्री, अन्य संकायों के डीन के अलावा  प्रो. (डॉ.) दिनेश कुमार त्यागी,  उप रजिस्ट्रार डॉ. बसंत टलरेजा एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में अपने हस्ताक्षर किए।
उच्च शिक्षा और शोध से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर उक्त विश्वविद्यालयों के बीच करारनामा हुआ जिसके तहत छात्र -छात्राओं को  उक्त तीनों अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से उच्च शिक्षा ग्रहण करने ओर गुणवत्तापूर्ण शोध करने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा और फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम के अंतर्गत भारतीय और अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर को भी पढ़ाने का सुनहरा अवसर मिलेगा। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से स्पॉन्सर होने वाले ज्वाइंट रिसर्च प्रोजेक्ट पर भी शोध कार्य को गति मिलेगी। वैश्विक स्तर पर आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर एवं उसके छात्र, छात्राओं और प्राध्यापकों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के क्षेत्र में शाख बढ़ेगी और उनके अच्छे रोजगार मिलने के अवसर भी बढ़ेंगे।
उक्त संदर्भ में उल्लेखनीय है कि आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर में 8 -10 दिसंबर के दौरान आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस में भी चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य को बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर (Guest of Honour) आमंत्रित किया गया था जिसमें दिनक 8 दिसंबर को देश -विदेश के आईआईटी समेत कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर एवं अटल बिहारी बाजपेई आईआईटीएम ग्वालियर के डायरेक्टर प्रो. एस. एन. सिंह और स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में परम सुपर कंप्यूटर के इन्वेंटर पद्माश्री एवं पद्मा भूषण प्रो. डॉ. विजय पांडुरंग भटकर (Param Super Computer Invetor Padma Bhushan Prof. Dr. Vijay Pandurang Bhatkar)  बतौर चीफ गेस्ट शामिल थे जो C -DAC के फाउंडर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और देश के नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर रह चुके हैं एवं वर्तमान में उन्नत भारत अभियान के चेयरमैन और विजनाना भारती के प्रेसीडेंट भी हैं। इंटरनेशनल कांफ्रेंस के उद्घाटन के दौरान गेस्ट ऑफ ऑनर एवं विशिष्ट कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य और चीफ गेस्ट एवं पद्म भूषण प्रो. डॉ. विजय पी. भटकर के द्वारा सरस्वती को माल्यार्पण के साथ एवं पुष्पांजलि अर्पित किया गया और तत्पश्चात अन्य अतिथिगण द्वारा दोनों को बुकें भेंट की गईं एवं मिमेंटो (स्मृति चिन्ह) देकर स्वागत किया गया। जिसके उपरान्त बतौर कीनोट स्पीकर उनके उद्बोधन संपन्न हुए और कॉन्फ्रेंस में उपस्थित अन्य अतिथिगण एवं स्पीकर में आईआईटी रुड़की के प्रो. बृजेश कौशिक (Prof. Dr. Brijesh Kaushik) एवं अटल बिहारी  बाजपेई- आईआईटीएम ग्वालियर के डायरेक्टर प्रो. एस. एन. सिंह ने अपना स्पीच दिया। कार्यक्रम के अपरान्ह में विशेष दीक्षांत समारोह का भी बहुत बेहतरीन ढंग से भव्य आयोजन किया गया जिसमे देश के प्रसिद्ध पद्मा भूषण डॉ. विजय पी. भटकर एवं प्रसिद्ध तबला वादक पद्मा विभूषण जाकिर हुसैन को क्रमशः मानद डॉक्टरेट की डी. एस -सी. और डी. लिट. उपाधियों से नवाजा गया। वस्तुतः आईटीएम यूनिवर्सिटी की ओर  से एमओयू का प्रोग्राम दिनाक 8 दिसंबर को ही प्रस्तावित था किंतु विशेष दीक्षांत समारोह में अधिक व्यस्तता के चलते समय के अभाव में एमओयू प्रोग्राम 9 दिसंबर को संपन्न कराया गया। एमओयू एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर होने के बाद आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर उक्त तीनों अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों का भारत में पार्टनर यूनिवर्सिटी हो गया है जिससे दोनों विश्वविद्यालयों के बीच समन्वय स्थापित करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षा और शोध की दिशा में अपार संभावनाएं बढ़ेगी एवं इससे जुड़े आम जन मानस के लोग लाभान्वित होंगे। विशेषकर आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के छात्र -छात्राओं को एमओयू एग्रीमेंट से गुणवत्रपूर्ण उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में लाभ मिलने की ज्यादा संभावनाएं हैं।
 
                                  टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस