आइसा का जिला सम्मेलन संपन्न


25 सदस्यीय जिला कमिटी,9 सदस्यीय कार्यकारिणी के नये सचिव सुनील कुमार सिंह, अध्यक्ष लोकेश राज चुने गये
छात्र हित को लेकर किसी भी हद पार कर सकती है आइसा-मो० मोख्तार

शहीदेआजम सरदार भगत सिंह के जन्म दिवस को केंद्र कर शनिवार को स्थानीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पूसा में आइसा के 5 वें जिला सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उमा पाण्डेय कालेज के प्रिंसिपल डॉ. राम अवधेश सिंह ने कहा कि छात्रों को देश- विदेश में हो रहे बदलाव के साथ ही राज्य एवं समाज में हो रहे बदलाव को भी जानना चाहिए। छात्रों को अपने पढ़ाई- लिखाई के साथ सामाजिक सारोकार के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ना चाहिए। बतौर वक्ता सम्मेलन के खुला सत्र को संबोधित करते हुए संत कबीर कालेज के प्रिंसिपल प्रो० शिवशंकर राय ने कहा कि शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ छात्र, शिक्षा एवं रोजगार के अलावे बिजली, पानी, सडक, नाला, कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा आदि के सबाल पर आइसा ऐतिहासिक रूप से लड़कर अपना पहचान बनाया है। डायट शिक्षक जयप्रकाश भगत ने कहा कि आइसा संपूर्ण देश में शिक्षा- रोजगार के अलावे हाशिये के मुद्दे को उठाता रहा है।शिक्षक अरविंद आनंद, आइसा जिला प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह, अवधेश कुशवाहा, माले प्रखंड सचिव अमित कुमार, जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार, दीपक कुमार आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता 7 सदस्यीय अध्यक्षमंडली सुनील कुमार, चंदन कुमार बंटी, मनीषा कुमारी, रौशन कुमार, जितेंद्र सहनी, लोकेश राज आदि ने किया।
   आइसा राज्य अध्यक्ष मो० मोख्तार के पर्यवेक्षण में सांगठनिक सत्र की शुरूआत हुई। विदाई कमिटी के जिला सचिव चंदन कुमार बंटी ने मसौदा दस्तावेज का पाठ किया गया।निशा कुमारी, मो० फरमान, मनीषा कुमारी समेत दर्जनों छात्र-छात्राओं ने दस्तावेज पर बहस में भाग लिया।
  25 सदस्यीये जिला कमिटी का चुनाव संपन्न हुआ। जिलाध्यक्ष लोकेश राज एवं जिला सचिव सुनील कुमार चुने गये। उपाध्यक्ष ललित कुमार, रौशन कुमार,मनीषा कुमारी, सह सचिव प्रिति कुमारी,जितेंद्र सहनी,मो० फरमान, कार्यालय सचिव राजू झा एवं अजय कुमार, अभिषेक यादव, मो० मजरे,अल्का परवीन, निशा भारती, अन्नु कुमारी,राहूल कुमार, मो० जावेद,सुमन सौरभ, अविनाश राय, प्रेम कुमार, आशीष कुमार देव, संदीप कुमार,आदि जिला कमिटी सदस्य चुने गये।
  पर्यवेक्षक मो० मोख्तार ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था की कमर मोदी सरकार शिक्षा को कारपोरेट घराने को सौपकर पहले ही तोड़ दिया।नई शिक्षा नीति ने शिक्षा व्यवस्था को तबाह कर दिया है। आज छात्रों को नामांकन तक मनचाहा विषय में नहीं हो रहा है। उनकी रूची कोई और विषय में है और पढ़ाया जा रहा है कुछ और। यह शिक्षा व्यवस्था के नाम पर दुर्भाग्य है। उन्होंने नई कमिटी के तमाम सदस्यों को जिम्मेवारी लेते हुए छात्रों के बीच जमकर काम करने एवं स्व अध्याय करने की सलाह दी। अंत में पूर्व जिला सचिव चंदन कुमार बंटी को आइसा से मुक्त किया गया।मौके पर पत्रकार सहित कई गणमान्य लोगों को आइसा नेताओं ने डायरी,गमछा, मसौदा दस्तावेज, कलम आदि देकर सम्मानित किया।

संपादक दाता -  राधे कुमार पूसा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें