" मौर्य समाचार,, पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राशन कार्ड से वंचित एवं फुट पाथ पर जीवन बसर करने वाले गरीबों के लिए आगनबाड़ी केंद्र में शीघ्र कम्यूनिटी किचन खोलने की मांग की ।


 राज्य के पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर राशन कार्ड से वंचित एवं फुटपाथ पर जीवन बसर करने वाले गरीबों के लिए राज्य के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर शीघ्र कम्युनिटी किचेन खोलने की मांग की है । श्री कुमार ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री जी आपने तो राशन कार्ड धारी गरीबों के लिए खाद्यान्न व नगदी की व्यवस्था कर दी है, लेकिन जो गरीब राशन कार्ड से वंचित हैं वे आज दाने-दाने के लिए बिलबिला रहे हैं । उनका परिवार गंभीर संकट में फंस गया है। बाल बच्चे रोटी के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में उनके प्राण रक्षा के लिए तुरंत राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर कम्युनिटी किचेन चलाने की व्यवस्था कराई जाए। ताकि गरीब वहां दोनों टाइम का भोजन कर सकें ।
                    उन्होंने आगे लिखा है कि आंगनवाड़ी केंद्र पर पूर्व से खाना बनाने का सारा प्रबंध सरकार कर रखी है । ऐसे में केबल खाद्य सामग्री  उपलब्ध कराने से ही वहां खाने की व्यवस्था प्रारंभ हो जाएगी।
             श्री कुमार ने मुख्यमंत्री से कहा है कि कार्ड धारियों को उनके राशन के अलावा 5 किलो चावल एवं दाल उपलब्ध कराने की आप की घोषणा पूरी तरह जमीन पर नहीं उतर पाई है। जानकारी के मुताबिक जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को अभी तक दाल का आवंटन भी नहीं मिला है। ऐसे में आपके घोषणा की कराई से समीक्षा कराने की जरूरत है। उन्होंने आगे लिखा है आंगनवाड़ी केंद्रों पर कम्युनिटी किचन खोलने का केवल मेरा ही सुझाव नहीं है बल्कि सामाजिक सरोकार से जुड़े अधिसंख्यक सामाजिक कार्यकर्ताओं की यही राय है।
            उन्होंने मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में हाई पावर प्रयोगशाला खोल, कोरोना वायरस की जांच कराने के लिए प्रधानमंत्री जी को लिखे गए अपने एक सप्ताह पूर्व के पत्र का हवाला देते हुए कहा है की प्रधानमंत्री जी ने तो इस ओर  कदम नहीं उठाया, लेकिन राज्य सरकार ने  एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में कोरोना वायरस की जांच के लिए कार्रवाई की  है इसके लिए आप के प्रति आभार  हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा है की कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए सरकार अगला कदम उठाने से पूर्व रोजमर्रा का जीवन जीने वाले गरीबों की  स्थिति का भी समीक्षा जरुर कराएं ताकि गरीबों का जान संकट में ना पड़े।

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