सरकार मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को शीघ्र रोजगार उपलब्ध कराय ,उक्त बातें बिहार सरकार के पूर्व मंत्री ई•अजीत कुमार ने कहा । आगे उन्होंने कहा कि लॉक डाउन में फंसे रोजमर्रा का जीवन जीने वाले गरीबो का जीना अब पूरी तरह मुहाल हो गया है। रोजी- रोजगार से वंचित ये गरीब लंबे समय से घर में दूवके- दूवके मानसिक रूप से बीमार हो गये है। घर में पूर्व से रखा अनाज समाप्त होने के कारण उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति बन गई है। ऐसे में राज्य सरकार अपने घोषणा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों के मजदूरों को शीघ्र मनरेगा योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराए। अन्यथा आने वाला दिन गरीबों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित होगा।
उक्त बातें रविवार को बीबीगंज स्थित अपने आवास पर लॉक डाउन में फंसे गरीबों के बीच राहत सामग्री वितरण करने के उपरांत पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि 15 दिन पूर्व मुख्यमंत्री जी ने मजदूरों के हित में फैसला लेते हुए मनरेगा योजना के तहत उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। लेकिन आज तक उक्त घोषणा पर कोई अमल नहीं हो सकी है। जबकी मजदूर आस लगाए बैठे हैं। सरकार इस पर शीघ्र पहल करे।
इस अवसर पर श्री कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस विपदा के घड़ी मे बिहार जैसे गरीब प्रदेश के लिए स्पेशल पैकेज एवं बिहार का केंद्र के पास बकाये राशि भुगतान शीघ्र करने की मांग की। उन्होंने कहा कि लंबे समय से घर में दुबके रहने के कारण लोगों का आमदनी बंद है। ऐसी स्थिति में गरीब तो गरीब मध्य वर्ग के लोग भी तंग तबाह होकर परेशान हैं। उनके लिए एक-एक दिन भारी पड़ने लगा है। जो गंभीर चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि हम एवं हमारे साथी अपने संकल्प के तहत आज भी दो सौ लाचारों के बीच राहत सामग्री बांटे हैं, आगे भी बांटेगे। इस अवसर पर मुखिया इंद्रमोहन झा, नंदन कुमार, देवेंद्र सिंह, रमेश ठाकुर, धर्मेंद्र मिश्रा, मोहम्मद शमीम, उपेंद्र साह, पंकज कुमार ,राहुल कुमार, संजय साह, राकेश कुमार सिंह, विकास कुमार, रवि कुमारसाह, शिव शंकर कुमार साह,विजय कुमार साह आदि लोगों ने वितरण कार्य मे पूर्व मंत्री को सहयोग किया।
संवाददाता :- अभिषेक मिश्रा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें