मुजफ्फरपुर (कांटी )तप और त्याग के प्रतिमूर्ति भगवान परशुराम के जन्मदिन पर रविवार को पूर्व मंत्री अजीत कुमार के मधुबन स्थित आवास पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जयंती समारोह आयोजित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस मौके पर परशुराम भक्तों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया । इस अवसर पर कोरोनावायरस के मध्य नजर लोगों ने सोशल डिस्टेंस का भी ख्याल रखा। इस अवसर पर कुमार ने लोगों को संबोधन करते हुए कहां की भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं। उनका संपूर्ण जीवन साहस और पराक्रम से भरा था। उनका वास्तविक नाम राम था , लेकिन हाथ में परशु धारण करने के कारण उन्हें परशुराम कहा गया।श्री कुमार ने कहा कि भगवान परशुराम अपने जीवन काल में कभी भी पराजय को स्वीकार नहीं किया। इतिहास गवाह है कि वे संघर्ष के बल, हर एक चुनौती का मुकाबला कर सफलता पाया था। श्री कुमार ने कहा कि आज के समय में यदि हम सब भगवान परशुराम के जीवन की विशेषताओं को वरण कर सकें, तो कोरोना क्या ऐसी तमाम बिपतियो को हम पराजित कर सकते हैं।
जयंती समारोह की अध्यक्षता पंडित लंबोदर झा ने किया। इस अवसर पर मुखिया इंद्रमोहन झा, धर्मेंद्र मिश्रा, नंदन कुमार, साकेत रमन पांडे, विजय राम, पंडित रघुनाथ झा, राकेश कुमार सिंह,मनी शंकर झा , बच्चा झा, उपेंद्र साह, रवि कुमार साह, विश्व मोहन कुमार, हेमंत कुमार, विकास कुमार, राजीव कुमार,भरत प्रसाद चौरसिया, अनूप प्रसाद चौरसिया, प्रभु साहनी, कांटी नगर पंचायत के वार्ड पार्षद विनोद साहनी,महेंद्र सहनी,राहुल कुमार, सतनारायण चौरसिया, संजीत महाजन, संजय मालाकार, सुबोध कुमार,राकेश कुमार, पिंकेश त्रिपाठी, सुरेंद्र सहनी, पंकज कुमार सिंह, मनमोहन सिंह, जय मंगल झा, रविंद्र यादव, विश्वनाथ सिंह, लाल नारायण झा भोला साह, संजय पांडे आदि लोगों ने भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। साथ ही संकल्प लिया कि जीवन में संघर्ष, त्याग, तपस्या, बलिदान के बल ही आगे बढ़ेंगे ।।
संवाददाता :- अभिषेक मिश्रा
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