मुजफ्फरपुर, ट्रेन से आनेवाले प्रवासियों की बढ़ रही संख्या को लेकर, डीएम ने की अहम बैठक, पंचायत स्तर पर कोरेन्टीन सेंटर खोलने का दिये निर्देश ।

मुजफ्फरपुर,   जिले में विभिन्न ट्रेनों के माध्यम से आने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसे देखते हुए पंचायत स्तर पर अतिरिक्त पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन केंद्रों को चिन्हित करें ताकि प्रवासी श्रमिकों को उन केंद्रों में आवासित किया जा सके ।उक्त बात जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉ० चंद्रशेखर सिंह ने समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आहूत बैठक में कहीं ।बैठक में सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी/ जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे एवं पंचायत स्तरीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे। जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों के आगमन को देखते हुए उनके लिए रोजगार का सृजन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है ।उन्होंने उद्योग विभाग, श्रम संसाधन, ग्रामीण विकास विभाग तथा अन्य विभागों के पदाधिकारियों को निर्देश दिया । कि क्वॉरेंटाइन केंद्रों में रहने वाले प्रवासी मजदूरों के स्किल मैपिंग के आधार पर संचालित औद्योगिक इकाइयों में रोजगार उपलब्धता की दिशा में कार्य करें। प्रवासी श्रमिकों का स्किल सर्वे का कार्य जारी रखें ।प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन/ आवासन की सुविधा की उपलब्धता का अनुश्रवण वरीय पदाधिकारी दैनिक रूप से करें और इस संबंध में प्रतिवेदन भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ।उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि , बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों के आने के मद्देनजर पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन केंद्रों को अपग्रेड करते हुए सभी आवश्यक बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता का अनुश्रवण सुनिश्चित करें। साथ ही पंचायत स्तरीय जन प्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाए रखें। बैठक में उप विकास आयुक्त- सह -वरीय पदाधिकारी क्वॉरेंटाइन कोषांग ,ने कहा कि प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में अलग-अलग जोन से आ रहे हैं ।अतः उनके क्वॉरेंटाइन के लिए रणनीति बनाकर समुचित व्यवस्था की गई है।उन्होंने डीएम को बताया कि सभी पंचायतों में  क्वॉरेंटाइन केंद्रों का संचालन प्रारंभ हो गया है ।कहा कि वरीय पदाधिकारियों द्वारा प्रखंडों एवं पंचायतों में चल रहे क्वॉरेंटाइन केंद्रों का सतत अनुश्रवण भी किया जा रहा है ।बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आवंटन की नियमानुसार निकासी करते हुए उसका उपयोग करना सुनिश्चित करें एवं बाहर से आने वाले सभी व्यक्तियों को डिग्निटी किट अनिवार्य रूप से उपलब्ध करा दी जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि कोरोना के संदिग्ध व्यक्ति जिनका सैंपल लिया जाता है उनको ब्लॉक हेल्थ क्वॉरेंटाइन कैंप में ही रखें। यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उनको नियमानुसार होम क्वॉरेंटाइन में भेज दिया जाए तथा ऐसे लोगों को "क्या करें क्या नहीं करें" वाला पंपलेट अनिवार्य रूप से उपलब्ध करा दिया जाए।संदिग्ध व्यक्तियों की पूर्ण जांच जैसे ही पॉजिटिवआती है तो तुरंत उनके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की खोज की जाए तथा उन सभी व्यक्तियों को ब्लॉक हेल्थ क्वॉरेंटाइन कैंट में रखने की व्यवस्था की जाए ।बैठक में बताया गया कि सभी प्रखंडों में वाहन कोषांग को सक्रिय कर दिया गया है । जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रखंडों में यदि एंबुलेंस की कमी महसूस होती हो तो निजी  वाहनों को भी रखा जा सकता है। इस पर होने वाले व्यय का भुगतान जिला स्वास्थ समिति द्वारा किया जाएगा ।बैठक में जिलाधिकारी ने इस बात को दोहराया कि  प्रखंड/ पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन कैंप के संचालन में यदि किसी व्यक्ति के द्वारा विधि- व्यवस्था की समस्या उत्पन्न किया जाता है तो उनके विरुद्ध महामारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत नामजद प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी द्वारा कार्यक्रम पदाधिकारी मध्यान्ह भोजन को निर्देश दिया गया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रखंड साधन सेवी के माध्यम से पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन केंद्रों के संचालन का अनुश्रवण करें एवं इस बात का ताकीद करें कि सभी केंद्रों में मध्यान भोजन के रसोइयों द्वारा भोजन बनाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर उत्पन्न अव्यवस्था के मद्देनजर संबंधित कर्मियों और पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।            
                         रिपोर्ट :-  DPRO--MUZ

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