कोविड-19 के संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए एवं एईएस/ चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर जिलाधिकारी के कार्यालय कक्ष से जिले के माननीय जनप्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की गई ।



वर्चुअल मीटिंग में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार ,उप विकास आयुक्त डॉ सुनील कुमार झा, अपर समाहर्ता राजेश कुमार,अपर समाहर्ता आपदा डॉ अजय कुमार, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह, सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर, अधीक्षक और प्रिंसिपल एसकेएमसीएच के साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। जबकि माननीय सांसद वैशाली   श्रीमती वीणा सिंह, माननीय विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह, भूमि एवं राजस्व मंत्री श्री राम सूरत राय, नगर विधायक विजेंदर चौधरी,बोचहां विधायक मुसाफिर पासवान, मीनापुर विधायक राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव एवं कांटी विधायक श्री इस्राइल मंसूरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।
 उक्त वर्चुअल मीटिंग मुख्यतः कोविड-19 के मामलों में हो रहे अप्रत्याशित वृद्धि तथा एईएस/ चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर जिला प्रशासन/ स्वास्थ विभाग द्वारा की गई तैयारियों की जानकारी माननीय जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराना एवं कोविडऔर एईएस पर नियंत्रण को लेकर माननीय जनप्रतिनिधियों का सुझाव प्राप्त करने के उद्देश्य से  की गई थी।
 बैठक में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार द्वारा बैठक में भाग लेने वाले सभी माननीय जनप्रतिनिधियों का स्वागत किया गया और तत्पश्चात कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा अभी तक की गई तैयारियों से अवगत कराया गया।
 जिलाधिकारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े माननीय जनप्रतिनिधियों को को कोविड टीकाकरण,सैंपलिंग एवं जांच, ट्रेसिंग, कंटेनमेंट जोन ,मास्क पहनो अभियान, कोविड-19 को लेकर आम-आवाम में जागरूकता तथा बेहतर इलाज के लिए उपलब्ध मूलभूत संसाधनों के बारे में विस्तृत जानकारी मुहैया कराई।
 वही एईएस/चमकी बुखार को लेकर जिला प्रशासन द्वारा अभी तक किए जा रहे कार्यों से भी माननीय जनप्रतिनिधि गण को अवगत कराया। 
जिलाधिकारी ने कहा स्वास्थ्य विभाग तथा विभिन्न विभागों के परस्पर समन्वय से कोविड एवं एईएस पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर गंभीरता पूर्वक कार्यों का निष्पादन किया जा रहा है। हर स्तर पर तैयारी मुकम्मल है। इसे लेकर अधिकारियों को न केवल निर्देशित किया जा रहा है बल्कि उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का सतत अनुश्रवण भी किया जा रहा है।
  चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर अडॉप्ट -अ-विलेज कार्यक्रम के तहत प्रत्येक शनिवार को पदाधिकारियों द्वारा गांव को विजिट करना, पोस्टर पंपलेट का वितरण, गाड़ियों की टैगिंग,पर्याप्त मात्रा में एईएस बेड की उपलब्धता,सभी प्रकार के महत्वपूर्ण दवाइयों की उपलब्धता, पीएचसी का औचक निरीक्षण, पीएचसी में चिकित्सकों का रोस्टर, नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की गई।
कहा कि कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी और संभावित एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन तत्परता से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सामुदायिक एफर्ट भी जरूरी है ताकि आपसी समन्वय के साथ उन पर काबू पाया जा सके। 
बारी-बारी से सभी जनप्रतिनिधि गणों के द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए जिसे जिलाधिकारी द्वारा पूरी गंभीरता के साथ नोट किया गया।
 उपस्थित सभी माननीय जनप्रतिनिधि गणों ने एक स्वर में कहा कि कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए पंचायतों, गांव, वार्ड एवं टोले स्तर पर  सघन माइकिंग कराने की आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि शहरी क्षेत्र के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों पर भी फोकस कर कार्य किए जाने की जरूरत है। विशेषकर आम ग्रामीणों में मास्क पहनो अभियान चलाया जाना अनिवार्य है। कहा कि सख्ती के साथ-साथ जागरूकता भी जरूरी है।अधिक से अधिक ग्रामीणों को जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि लोग अवेयर हो सके।
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                 संवाददाता, प्रेमशंकर

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