कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित ।

 
    कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित।  सभी संबंधित विभाग परस्पर समन्वय के साथ चलाये जागरूकता कार्यक्रम-प्रभारी डीएम कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नही,सिर्फ एतिहात बरतने की आवश्यकता है-प्रभारी डीएम    प्रभारी जिलाधिकारी उज्ज्वल कुमार सिंह की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में  कोरोना वायरस  के संदर्भ में गठित जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक हुई। बैठक में  प्रभारी डीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के प्रति काफी भ्रांतियां भी फैल रही है  जिसके कारण स्थिति चिंताजनक ना हो इसलिए लोगों को इसके प्रति जागरूक करना आवश्यक है । उन्होंने इस बात पर बल दिया  की  कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है । इस बीमारी से बचाव हेतु सिर्फ एतिहात बरतने की आवश्यकता है ।निचले स्तर तक लोगों को जागरूक  करने की आवश्यकता है  और फैली भ्रांतियों को दूर करना  भी है। कहां की वर्तमान में कोरोना वायरस विश्व के लगभग 125 देशों में अपनी पहुंच बना चुका है।
भारत में भी इसके कई संदिग्ध मरीज पाए गए हैं। भारत सरकार के साथ-साथ बिहार सरकार द्वारा भी इसके रोकथाम पर  एडवाइजरी जारी किए गए हैं। मुख्य सचिव, की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति के माध्यम से मॉनिटरिग की जा रही है। जिला स्तर पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिला टास्क फोर्स का गठन किया गया। जिसमें सभी संबंधित विभागों को इसमें सम्मिलित किया गया है।  उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। शिक्षा विभाग का दायित्व होगा कि शिक्षकों के द्वारा छात्र-छात्राओं को समुचित जानकारी दी जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों, आशा, एएनएम एवं अन्य स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जाए। पुलिस अधीक्षक चौकीदार के माध्यम से भी इस संबंध में लोगों को जानकारी उपलब्ध कराएंगे। जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी मीडिया के माध्यम से एवं व्यापक प्रचार-प्रसार के द्वारा लोगों में भ्रांतियां के संदर्भ में प्रचार-प्रसार कराते हुए जागरूक करेंगे।
सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर ने कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी देते हुए कहा किअभी तक नोवेल कोरोना वायरस के जो लक्षण पाए गए हैं, उसमें तीव्र बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत प्रमुख है। भारत में संदिग्ध रोगियों की पहचान सर्विलेंस से की जा रही है। अभी तक इस वायरस के फैलने का माध्यम/साधन की स्पष्ट जानकारी नहीं है। यह एक नया विषाणु है। ऐसा माना जा रहा है कि संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से यह फैलता है।इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका संक्रमण से बचना है। साबुन से बार-बार हाथ धोएं, खांसते और छींकते समय मुंह को ढंक लें। खुद की निगरानी करना है। यदि बुखार, सर्दी, खांसी, जुकाम सांस लेने में परेशानी हो, अगर इनमें से कोई लक्षण हो तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जांच कराएं। सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। इसके लिए प्रारंभिक तैयारियां मुकम्मल कर ली गई है ।इस क्रम में सदर अस्पताल में छह विशेष बेड  तैयार कर रखा गया है । वही एसकेएमसीएच में  कोरोना के मरीजों के लिए  10 बेड की व्यवस्था की गई है  ।प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर  आशा और एएनएम के माध्यम से  लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।  उन्होंने बताया कि अभी तक चार संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है ।जिनका रिपोर्ट नेगिटिव है।बैठक में , जिला शिक्षा पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी-आईसीडीएस जिला पंचायतीराज पदाधिकारी ,जिला जन सम्पर्क पदाधिकारीसहित जिला टास्क फोर्स के सभी सदस्य उपस्थित थे।

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