"मौर्य समाचार,, प्रशासन की लापरवाही के कारण आगलगी में घर जलकर खाक, पीड़ितों को 5 दिन बाद भी नहीं मिला कोई मुआवजा ।


 पूर्व मंत्री ने अग्नि पीड़ित को पांचवें दिन भी  पहुंचाया राहत सामग्री
   स्थानीय प्रशासन पर पूरी तरह संवेदनहीन होने का  लगाया आरोप
            राज्य के पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन भी प्रतापपुर गांव का दौरा कर अग्नि पीड़ित परिवारों का हालचाल जाना ।वहीं उन्होंने प्रभावित परिवारों को चावल, दाल, तेल,आलू, गैस सिलेंडर, मसाला एवं नगद सहीत कईअन्य सामान उपलब्ध कराया। मौके पर उन्होंने पीड़ित गरीबों को आश्वस्त किया कि इस विपदा की घड़ी में आप घबराए नहीं मैं एवं मेरे साथी आपके साथ खड़े हैं।हम आप सब को हर संभव मदद करेंगे।
                 मौके पर उपस्थित पीड़ीत परीवार के लोगों ने श्री कुमार से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने की मांग की ।  तत्क्षण श्री कुमार ने मौके पर  उपस्थित अपने स्थानीय सहयोगी केदार साहनी व मुनीलाल साहनी से तुरंत चापाकल  लगाने को कहा।
             उन्होंने प्रशासन द्वारा अभी तक पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता उपलब्ध नहीं कराए जाने पर गहरा रोष प्रकट करते हुए कहा कि प्रशासन पूरी तरह संवेदनहीन हो गया है। तभी तो पीड़ितो  को  घर जलने के पांच रोज बाद भी 9800 रुपए का सरकारी सहायता नहीं दीया है । उन्होंने अंचलाधिकारी मड़बन से बात कर 24 घंटे के अंदर उक्त राशि पीड़ित परिवार को मुहैया कराने को कहा ।  साथ ही जिलाधिकारी से सभी प्रभावित परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने की भी मांग की। 
                 उन्होंने कहा कि मैं गरीबों का आशियाना बनाने में भी निजी तौर पर उन्हें सहयोग करूंगा। श्री कुमार ने सामाजिक संगठनों से भी पीड़ित इन परिवारों को मदद करने का अपील किया।
            मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश कांत गिरी ,नुनु मिश्रा, शंभू साह, मुखिया गगन देव कुमार, जयप्रकाश यादव, मोहम्मद शमीम, संतोष सिंह, बालेंद्र सिंह, रामसागर ठाकुर , बीगन महतो, मनी शंकर, गोनू सिंह, शिव शंकर साह, पप्पू मिश्रा , राजू  झा, पंचायत समिति सदस्य विकास कुमार, अमरजीत पासवान, हरेंद्र साह, विनय सिंह, संजीत महतो, उपेंद्र महतो, रामाशंकर झा ,दशरथ सहनी, अर्जुन सहनी, शंभू सहनी, शंकर पंडित आदि लोग पीड़ित परिवारों के सहयोग में लगे थे।

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