"मौर्य समाचार,, लॉक डाउन से जयपुर में फॅसे आहत मजदूरों को राहत का इंतजार,, भूपाल भारती

       
          पारू प्रखंड अंतर्गत के कई गाँव के करीब 50 मजदूरों की जिंदगी लॉगडाउन में फसी हुई है। साहेबगंज विधानसभा  भाजपा नेता भूपाल भारती ने  लॉक डाउन में फॅसे मजदूरों की मदद के लिये आवाज उठाते हुये बताया कि  जयपुर के  इंड्रस्टीरिय ल इलाका  के सिंचुरी पाईप फैक्टरी में  पारू प्रखंड के विभिन्न गांवों के 50 से भी अधिक लोग काम करते है।लॉग डाउन की घोषणा के बाद फैक्ट्री बंद हो गई और मजदूर अपने ठिकानों में बंद हो गए।लॉगडाउन की अवधि बढ़ने की आसनकाओ के साथ उनकी सास अटकी हुई है।  सरकारी सहायता की आस में अब जीवन बचाने की जद्दोजहद कर रहे है। लखनारी ,मुहब्बतपुर निवासी मनोज साह, भोला साह, लालबहादुर साह, माधोपुर के मुकेश यादव, अरविंद कुमार, उपेंद्र राय, सहित सभी लोंगो की चिंता की लकीर भविष्य के लिये है उनके सामने अब भुखमरी की स्थिति बनी हुई है। वैसे लोंगो की हालत तो कुछ ज्यादा नाजुक है जो अपनी पत्नी व बच्चे के साथ जयपुर में लॉक डाउन में फॅसे हुये है।
            उनका कहना है कि जो लोग जयपुर में फॅसे है उनका कहना है कि एक तो गाँव के महाजन का कर्ज चुकाने दूसरे राज्य में कमाने गए। सिर मुड़ाते ओला परे कहावत न उनके साथ चरितार्थ हो रही है। फैक्ट मालिक कुछ मदद करने को तैयार नहीं है।वही गाँव -घर की भी वही स्थिति है। फॅसे मजदूरों को जले पर नमक का एहसास तब होता है जब बिहार राज्य सरकार कह रही है कि वे करोड़ो रूपये लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फॅसे  मजबूर मजदूरों को राहत उपलब्ध करा रहे है।लेकिन सच्चाई यही है कि इनके खाने पर लाले परे हुये है।

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