पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने मजदूरों के लिए चिंता जाहिर की, राज्य एवं केंद्र सरकार को मजदूरों के लिए कार्ययोजना लाने की सलाह दी ।

मुजफ्फरपुर,  मजदूरों को काम देने  हेतु केंद्र व राज्य सरकार बनाएं संयुक्त कार्ययोजना ।उक्त बातें बिहार सरकार के पूर्व मंत्री ई• अजीत कुमार ने कहा ।उन्होंने कहा कि , राज्य के बाहर से घर लौट रहे मजदूरों का रोजी- रोटी चले, इसके लिए सरकार को मुकम्मल व्यवस्था करनी पड़ेगी । सरकार इसके लिए शीघ्र विशेष कार्य योजना बनाकर रोजगार देने की तैयारी करें। अन्यथा आने वाला दिन न केवल मजदूरों के लिए, बल्कि सरकार के लिए भी चुनौतीपूर्ण होगा। लंबे समय से  लॉक डाउन में फंसे गांव के गरीब ही नहीं , मध्यवर्गीय लोग भी अब खासे परेशान हो गए हैं। लोगों के सामने धीरे धीरे चुनौतियां बढ़ती जा रही है। जो गंभीर चिंता का विषय है।
उक्त बातें रविवार को बीबीगंज स्थित अपने आवास पर, गरीबों के बीच राहत सामग्री वितरण करने के उपरांत , पत्रकारों से बातचित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि मजदूरों को रोजगार देने का मसला देशव्यापी है। ऐसे में केंद्र सरकार को इसके लिए विशेष रूप से पहल करना होगा। इस मामले पर केंद्र व राज्य सरकार यदि संयुक्त रूप से पहल करती है तो, परिणाम भी अच्छा आएगे। वही मजदूर भुखमरी के शिकार होने से बचेंगे। उन्होंने कहा कि गांव में गरीबों का हालात काफी बद से बदतर हो गया है । उन्हें आज भरपूर मदद की आवश्यकता है।
ई•अजित कुमार ने गरीबों को मदद करने का, एवं अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए, रविवार को भी 200 से अधिक गरीबों के बीच राहत सामग्री बांटा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, गरीबों को मदद करने का हमारा यह अभियान आगे भी चलता रहेगा। इस अवसर पर वितरण कार्य में सामाजिक कार्यकर्ता साकेत रमन पांडे, इंद्रमोहन झा, नंदन कुमार, वकील सहनी, मंकू पाठक ,धर्मेंद्र मिश्रा, पंकज कुमार, राकेश कुमार, राहुल कुमार, अनिल पंडित, किशोर कुमार गुप्ता, हरिओम शरण, केशव कुमार सिंह, उज्जवल चौधरी, नितेश सिंह राजपूत, पिंकेश त्रिपाठी ,रवीश कुमार, विकास कुमार पांडेय, रामबाबू पांडेय, मुन्ना कुमार यादव, गुड्डू पासवान, रवि कुमार आदि लोगों ने पूर्व मंत्री को सक्रिय सहयोग दिया ।
                                  संवाददाता :- अभिषेक मिश्रा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें