मुजफ्फरपुर कई विभागों के चल रहे कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक समाहरणालय स्थित सभागार में किया गया, एवं विस्तृत चर्चा की गई जिसमें सभी विभाग के जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद रहे ।।

मुजफ्फरपुर...........  ...
समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में  सुनील कुमार,  संयुक्त सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी  विभाग भारत सरकार-सह-  प्रभारी पदाधिकारी,आकांक्षी जिला मुजफ्फरपुर  की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई।बैठक में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर, डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह, उप विकास आयुक्त  सुनील कुमार झा ,जिला योजना पदाधिकारी,  सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर,  डीपीएम एसीएमओ मुजफ्फरपुर  एवं संबंधित विभिन्न विभागों के  अधिकारी उपस्थित थे।
 बैठक में जिलाधिकारी द्वारा प्रभारी पदाधिकारी का स्वागत किया गया एवं आकांक्षी जिला अंतर्गत विभिन्न विभागों द्वारा  किए जा रहे कार्यों की जानकारी विभागवार दी गई।
 प्रभारी पदाधिकारी श्री सुनील कुमार  ने आकांक्षी जिला के रूप में चयनित मुजफ्फरपुर में चल रहे  योजनाएं ,लक्ष्य एवं उसके प्राप्ति के लिए अब तक किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
 उन्होंने  कहा कि विभिन्न विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि  आकांक्षी जिला के तहत विभिन्न विभागों के अंतर्गत  जो काम चल रहे हैं वे प्रशंसनीय है। कहा कि उससे कुछ अलग और इनोवेटिव करने की भी आवश्यकता है। आम जनों में और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। 
बैठक में उपस्थित आकांक्षी जिला के जिला स्तरीय पदाधिकारी जयश्री राठौर एवं अनुश्री तिवारी ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में संचालित योजनाओं की प्रगति और आगामी लक्ष्य की जानकारी दी।
बैठक में स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा,कृषि, मूलभूत संरचना, वित्तीय समावेशन, इत्यादि घटक से सम्वन्धित सभी 49 इंडिकेटर की बिंदुवार समीक्षा की गई।
बताया गया कि स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में अगस्त 2018 में जहां जिले को कुल 47.5 अंक प्राप्त है वही जुलाई 2020 में 69.3 अंक मिले। गर्भवती महिलाओं द्वारा वर्ष में चार बार जांच कराई जाती है इसमें मार्च 2018  मे उपलब्धि 30.30 थी जो कि अक्टूबर में बढ़कर 63.26 हो चुकी है।
 वही पहले तिमाही में निबंधित होने वाली गर्भवती महिलाओं की संख्या में भी संतोषजनक वृद्धि हुई है। संस्थागत प्रसव के बारे में बताया गया कि मार्च 2018 में 31.06 परसेंटेज रहा वहीं अक्टूबर 2020 में 51.60 तक पहुंच गया है। बताया गया कि संस्थागत प्रसव में और अधिक वृद्धि की दिशा में कार्य किये जा रहे है।
वहीं  शिक्षा के समीक्षा के क्रम में बताया गया कि एडुकेशन से संबंधित ऑफ़रवॉल स्टेटस अगस्त 2018 में 31.3 रहा वहीं जुलाई 2020 में बढ़कर 51 अंक प्राप्त हुए। प्राथमिक विधालयो से अपर प्राथमिक में ट्रांजीशन दर 84.66 से बढ़कर 94.76 रहा वही अपर प्राथमिक से सेकेंडरी स्कूल में यह दर 80.36 से बढ़कर 93.21 रहा। बैठक में विद्यालयों में गर्ल्स टॉयलेट की उपलब्धता ,पेयजल ,विद्युत और पुस्तक की उपलब्धता के साथ शिक्षक -विद्यार्थी अनुपात  की भी समीक्षा की गई। उक्त इंडिकेटर्स में उपलब्धि संतोषजनक थी।

प्रभारी सचिव ने शिक्षा और स्वास्थ्य घटकों के विभिन्न इंडिकेटर्स में अपेक्षित प्रगति  पर संतोष जताया  साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें और सुधार की जरूरत है।शिक्षा विभाग के अंतर्गत शिक्षक-छात्र अनुपात को मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करने के लिए की जा रही प्रक्रियाओं की जानकारी प्राप्त की।सभी विद्यालयों में शिक्षक छात्र अनुपात को मानकों के अनुरूप किस प्रकार से बनाया जाए इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संस्थागत प्रसव को बढ़ाने तथा एनीमिया की जांच कर इसके उपचार को बढ़ाने की दिशा में और बेहतर करने की बात कही सिविल सर्जन ने बताया कि  संस्थागत प्रसव में और वृद्धि की दिशा में स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से कार्य कर रहा है।
कृषि विभाग के अंतर्गत माइक्रो सिंचाई को बढ़ावा देने तथा इसकी अद्यतन स्थिति के संबंध में अवगत कराने हेतु निर्देश दिया गया। 
इसके पूर्व आकांक्षी जिला के जिला स्तरीय पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य और पोषण ,शिक्षा ,एग्रीकल्चर कौशल विकास के विभिन्न इंडिकेटर को ध्यान में रखते हुए विभिन्न कार्य आकांक्षी जिला के तहत किए जा रहे हैं। विभिन्न विभागों के समन्वय से में  उक्त कार्य को क्रियान्वित कराया जा रहा है।

                                मौर्य ध्वज एक्सप्रेस

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