शराब पकड़ने का एक और मामला इसे पुलिस की सफलता कहा जाय या लापरवाही ।

मुज़फ़्फ़रपुर,मोतीपुर थाना क्षेत्र के मठिया मोसंडी गाँव में मोतीपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि शराब से लदी स्कोर्पियो  मठिया मोसंडी गाँव निवासी अभिनंदन ठाकुर के दरवाजे पर लगी है ।जब पुलिस अभिनंदन के दरवाजे पर पहुंची तो स्कारपियो पर लदी चार साै पैतिस बोतल शराब के साथ जब्त किया।
पुलिस वाहन को आते देख अभिनंदन ठाकुर गाड़ी से कुद कर फरार हो गया। गैर तलब है कि, आय दिन कहीं न कहीं सराब पाकरे जाने से बिहार में शराबबंदी फेल साबित हो रहा है । इसमें सबसे बड़ी पुलिस की नाकामयाबी एवं कुछ जगहों पर पुलिस की मिलीभगत भी शामिल है। मुज़फ़्फ़रपुर एस एस पी ने मीनापुर थाने से पुलिस अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ कर उसे सस्पेंड किया था । जिससे साफ है कि, मुज़फ़्फ़रपुर में शराब बंदी को असफल होने में खुद पुलिस वाले का  ही हाँथ है । कुछ थाने को छोड़कर ज्यादातर मामलों में थानेदार की संलिप्तता स्पष्ट रूप से देखी जाती सकती है। आखिर इतनी मात्रा में शराब पहुंच कैसे जाती है। इसकी एक और सबसे बड़ी बजह है। ट्रक एवं मालवाहक गाड़ियों से अवैध वशूली । जिसके खिलाफ ट्रक  असोसिएशन ने सरकार और पुलिस के खिलाफ चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था । जिसका परिणाम है कि आय दिन शराब के खेप मिलती है ।
       

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