कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर राज्य के पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने गरीबों के बीच राहत कार्य चलाने के लिए ई० अजीत कुमार कोविड-19" रिलीफ टीम के नाम से एक 25 सदस्य रिलीफ टीम का गठन किया है। यह टीम जिले में राशन कार्ड से वंचित गरीब, असहाय, विधवा, विकलांग लोगों के बीच खाद्य सामग्री व दवा वितरण करेगी। रिलीफ टीम के संरक्षक पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा है कि 2 दिनों के अंदर रिलीफ टीम के साथियों के द्वारा 1000 गरीबों के लिए राहत सामग्री की व्यवस्था की जाएगी। वही 20 अप्रैल से हमारी टीम गरीबों के बीच राहत पहुंचाना शुरू कर देगी।
इसके लिए गुरुवार को स्थानीय बीबीगंज स्थित पूर्व मंत्री के आवास पर रिलीफ टीम के सदस्यों का एक बैठक संपन्न हुआ। जिसकी अध्यक्षता पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने किया। बैठक में राहत सामग्री जुटाने एवं वितरण व्यवस्था पर गंभीर चर्चा हुई । बैठक में सर्वसम्मति से मुखिया इंद्रमोहन झा को रिलीफ कमेटी का अध्यक्ष चुना गया। वही कमलेश कांत गिरी, साकेत रमन पांडे, मोहम्मद शमीम, सुनील शर्मा, कमलापति, विकास कुमार पांडे , श्रेयस कौशिक नंदन, केशव कुमार सिंह, उज्जवल चौधरी, रितेश सिंह राजपूत, सुधीर सिंह, अरविंद सिंह, रमेश ठाकुर, अजय चौधरी, शंभू साह, सुधीर कुमार सिंह उर्फ पिंकू जी,मनोज सिंह, हीरालाल पाठक, रमेश कुमार शर्मा,धर्मेंद्र मिश्रा, वकील सहनी, वीरेंद्र पासवान, अर्जुन साह को कमेटी का सदस्य चुना गया।
बैठक के बाद पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि सरकार के द्वारा लॉक डाउन में फंसे गरीबों के लिए लगातार की जा रही राहत की घोषणाएं सरज़मीं तक सही तरीके से नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में योजनाओं का कराई से मॉनिटरिंग करने की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि मैं एवं मेरे साथी लगातार राज्य से बाहर फंसे लोगों का मदद कर रहे है । फिर भी कोरोना वायरस के समाप्ति तक हमारा यह अभियान जारी रहेगा। उन्होंने जिलाधिकारी से मवेशियों के लिए उपयोग में आने वाला चोकर के बढ़ते कीमत पर भी नियंत्रण के लिए कार्रवाई करने की मांग की है।
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