एसकेएमसीएच के शव वाहन चालक राकेश कुमार के साथ मीनाुपर पुलिस जवानों की ओर से मारपीट घटना को लेकर जिले के सभी सरकारी एम्बुलेेंस चालक ने सेवा ठप कर दी है। सदर अस्पताल व सभी पीएचसी से एम्बुलेंस लेकर एसकेएमसीएच परिसर में जुटकर अपना विरोध दर्ज करा रहे है। इंटक एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के जिला सचिव रीतेश सिंह ने घटना की निंदा करते हुए सिविल सर्जन व पीजीपीएल एंड एसएस के एम्बुलेंस कंट्रोल पदाधिकारी राकेश कुमार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि चालक के साथ मारपीट के बाद अब आंदोलन होगा। जिलाध्यक्ष कमलेश कुमार ने कहा कि शव पहुंचाकर एम्बुलेंस चालक आ रहा था। सरकारी एम्बुलेंस चालक के साथ पुलिस इस तरह से रवैया करेगी तो कैसे सेवा दिया जाए। दोषी पुलिस पर सख्त एकशन हो उसके खिलाफ मुकदमा हो तभी हड़ताल वापस होगा। इधर संघ के नेता अकबर अली ने भी पुलिस की रवैया की निंदा की है। सचिव रीतेश सिंह ने कहा कि कोरोना में जान पर हाथ रखकर एम्बूलेंस चालक काम कर रहे है।
गमी में एईएस में भी दिनरात काम करेंगे। लेकिन पुलिस के जवान दो दिन पहले एम्बुलेंस चालक की वाहन पकड़ ली। वह कागजात दिखा रहा था उसके बाद उससे दंड की राशि ली। पुलिस के जवान या अधिकारी कहीं भी घायल होंगे उसको एम्बुलेंस की सेवा नहीें दी जाएगी। इसके साथ पूरे जिले में सेवा ठप रहेगी।
इस तरह से चला घटनाक्रम
एसकेएमसीएच के शव वाहन चालक राकेश ने बताया कि वह मीनापुर मिल्की गांव से शव पहुंचाकर लौट रहे थे। गंज बाजार के पास पुलिस के जवानों ने रोका। जब हमने बताया कि एसकेएमसीएच का सरकारी वाहन चला रहे है। कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था। सभी आरोप लगा रहे थे कि शराब का काम करता है। हमने अपने अधिकारी से बातचीत करानी चाही। कोई नहीं सुना। वाहन जांच किया और फिर जमकर पिटाई कर दी। थाने पर लाकर चाभी व मोबाइल छीन ली। कुछ देर बात थानाध्यक्ष आए तब चाभी व मोबाइल मिला। एसकेएमसीएच में आकर इलाज कराए। एसकेएमसीएच के प्रबंधक सुहैल अख्तर को लिखित शिकायत की है। अभी शव वाहन का परिचालन ठप दिया गया है।
यहीं रही मांग
शव वाहन चालक के पिटाई करने वाले पुलिसकर्मी पर प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा जाए
लॉक डाउन में लगातार काम कर रहे एम्बुलेंस चालकों के भोजन की व्यवस्था विभाग करे उनको भोजन पैकेज वाहन पर उपलब्ध कराया
सरकारी एम्बुलेंस व शव वाहन चालकों को डियूटी से घर वापसी के समय बाइक से आने-जाने के वक्त सरकार की ओर से जारी परिचय पत्र के आधार पर पुलिस जाने दे उनके साथ मारपीट व गलत व्यवहार नहीं करे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें