मुजफ्फरपुर में अगलगी की रोकथाम, जोखिम न्यूनीकरण एवं पूर्व तैयारी हेतु एक दिवसीय कार्यशाला सह समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया ।



 जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा, मुजफ्फरपुर के तत्वाधान में सभागार, समाहरणालय, मुजफ्फरपुर में  अगलगी की रोकथाम, जोखिम न्यूनीकरण एवं पूर्व तैयारी हेतु एक दिवसीय कार्यशाला सह समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त  डॉ०  सुनील कुमार झा ने की। कार्यशाला में प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों ने विडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से प्रतिभाग किया।
कार्यशाला में जिला स्तरीय सभी वरीय पदाधिकारी एवं संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग कर गर्मी के दिनों में होने वाली अगलगी की घटनाओ के रोकथाम तथा न्यूनीकरण पर विचार विमर्श किया, साथ ही पूर्व तैयारी के स्तर को बेहतर बनाने व अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु विभागवार रणनीति बनाई गई।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त  डॉ० सुनील कुमार झा ने कहा कि गर्मी के दिनों में अगलगी की घटनाओं को रोकने के दृष्टिगत सभी विभाग सभी स्तर पर तैयारी सुनिश्चित कर लें, पदाधिकारी अग्नि दुर्घटनाओं के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर हॉट स्पॉट चिन्हित तथा सूचीबद्ध करें। उक्त क्षेत्रों में अग्नि निरोधात्मक उपाय करने के साथ प्रशिक्षण तथा माकड्रिल के माध्यम से आमजन को जागरूक करें। उन्होंने अग्निकांड प्रभावितों को 24 घंटे के भीतर नियमानुसार आहेतुक सहायता उपलब्ध कराने हेतु सम्बंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया। 
 कार्यशाला का संचालन कर रहे डॉ अजय कुमार, अपर समाहर्ता आपदा (मुजफ्फरपुर) ने अगलगी की रोकथाम हेतु विभागीय मानक संचालन प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की। उन्होंने सभी इमरजेंसी सपोर्ट फंक्शनरीज़ विभागों द्वारा अगलगी की रोकथाम हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा की तथा अग्निशमन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अस्पतालों, स्कूलों, सरकारी भवनों, सिनेमाघरों, शापिंग माल, शोरुम, सघन बाज़ार जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों का फायर ऑडिट निरीक्षण करते शीध्र कर लें तथा सम्बंधित कर्मियों को प्रशिक्षित करें।
कार्यशाला में सभी विभागों, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों तथा हितभागी एजेंसियों ने अगलगी के मद्देनजर की जा रही पूर्व तैयारियों के बारे में वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराया तथा प्रखंड से लेकर पंचायतों में जागरूकता प्रशिक्षण आयोजित करने पर विशेष बल दिया।
मो० साकिब खान, कंसल्टेंट, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मुजफ्फरपुर ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिला में अगलगी घटनाओ के विश्लेषित आंकड़ों के बारे में जानकारी देते हुए कहा की अगलगी के दृष्टि से मुजफ्फरपुर बिहार के 12 अति संवेदनशील जिलों में से एक है। उन्होंने कहा कि सौर उर्जा के प्रयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में झोंपड़ी तथा पशुबाड़े में अगलगी की रोकथाम हो सकती है।
श्री गौतम कुमार, समादेष्टा सह जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने कहा कि अगलगी का प्रमुख कारण बिजली शार्ट सर्किट तथा गैस सिलिंडर में लीकेज है। उन्होंने बताया की माकड्रिल के माध्यम से अग्निशामक यंत्र के संचालन तथा गैस सिलिंडर की आग को बुझाने का अभ्यास ग्रामीण क्षेत्रों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में किया जा रहा है ताकि अग्नि सुरक्षा के बारे में आमजन को जागरूक व संवेदनशील बनाया जा सके। उन्होंने फायर हाईड्रेन्ट की कमी पर प्रकाश डालते हुए कहा की सभी सरकारी भवनों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को फायर हाईड्रेन्ट सिस्टम लगाना चाहिए।
जिला सुचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी श्री कमल सिंह ने कहा की जागरूकता से ही अग्निकांड की दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकती है। इस कार्य में मीडिया व जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाना बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रखंड स्तर पर जनप्रतिनिधियों हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया।
चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के महासचिव सज्जन शर्मा ने कहा की जल नल योजना के मध्यम से फायर हाईड्रेन्ट प्रत्येक वार्ड में बनाया जाना चाहिए जिससे फायर ब्रिगेड को जल के पुर्नाभरण में सहूलियत होगी। 
कुढ़नी अंचलाधिकारी रम्भू ठाकुर ने 1 फायर टेंडर गाड़ी की मांग की जिसके आलोक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन द्वारा अग्निशमन पदाधिकारी को यथाशीध्र फायर टेंडर या मिस्ड टेक्नोलॉजी वाहन उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया।
श्री संतोष कुमार पाण्डेय, अग्निशमन पदाधिकारी के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड टीम ने समाहरणालय परिसर में अग्नि शमन में प्रयोग किये जाने वाले उपकरणों को प्रदर्शित किया।
इस अवसर पर कृष्ण कुमार, अग्निक सिपाही ने अग्नि सुरक्षा जागरूकता से सम्बंधित गीत गा कर सभी को भाव विभोर कर दिया ।
 श्री विकास कुमार, वरीय उप समाहर्ता सह प्रभारी अधिकारी (आपदा प्रबंधन), मुजफ्फरपुर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी विभागों तथा  रिस्पांस एजेंसियों को गंभीरता से  अग्निकांड जैसी आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा। 
कार्यशाला में विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी तथा प्रखंड स्तरीय समस्त पदाधिकारी उपस्थित रहे ।
                संवाददाता, प्रेमशंकर

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