योग को अपने जीवन जीने की पद्धति के रूप में अपनाए जाने की आवश्यकता है :--जिलाधिकारी

मुजफ्फरपुर
नेहरू युवा केंद्र मुजफ्फरपुर द्वारा 7वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।
वर्तमान में देश में उत्पन्न महामारी की विषम परिस्थितियों के दृष्टिगत कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया ।
इस क्रम में *दैनिक जीवन में योग* विषयक वेबिनार में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर ने कहा कि *योग को अपने जीवन जीने की पद्धति के रूप में अपनाए जाने की आवश्यकता है । क्योंकि यह ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण साधन है।* उन्होंने कहा कि योग प्राचीन भारतीय परंपरा और स्वस्थ जीवन जीने की कला का एक अमूल्य उपहार है।अतःहमे योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाना होगा ताकि हम खुद को शारीरिक ओर मानसिक रूप से स्वस्थ रख सके।
कार्यक्रम में उपस्थित  श्रीमती हनी सिन्हा,राज्य निदेशक,नेहरू युवा केंद्र संगठन बिहार, ने कहा कि योग जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है,जिससे सभी को जुड़ के रहना चाहिए। साथ ही साथ उन्होंने वर्तमान में कोविड महामारी को देखते हुए कोविड अनुरूप व्यवहार को जीवन में अपनाने की जरूरत पर भी बल दिया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित अनमोल चौहान, योग शिक्षक ने युवाओं को योग से जुड़े अन्य तथ्यों पर अपनी बाते रखी। योग करने से अवसाद में भी कमी आती है एवं वर्तमान परिवेश में इसको प्रतिदिन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। 
इस अवसर पर केंद्र द्वारा आयोजित *घर पर रहे,योग के साथ रहे* विषयक ऑनलाइन पेंटिंग प्रतियोगिता में भी विभिन्न युवाओं ने प्रतिभाग किया। विशेषकर एनसीसी 32 बटालियन एवं एनएसएस के युवाओं ने इस प्रतियोगिता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।

                                    मौर्य ध्वज एक्सप्रेस

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