मुजफ्फरपुर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में आहूत की गयी।बैठक में मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग से सम्बंधित विभिन बिंदुओं पर एजेंडवार चर्चा की गयी।
सर्वप्रथम वितीय समीक्षा में पाया गया कि उपलब्ध फण्ड में 98% व्यय किया जा चूका है परन्तु कुल बजट की तुलना में 38 % ही खर्च हुआ है।
आशा चयन की समीक्षा में पाया गया कि 100 आशा को चयन पत्र नहीं दिया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अन्दर सभी रिक्त पदों की जानकारी सभी प्रखंडों से प्राप्त करें तदोपरान्त जल्द से जल्द सभी पद को भर लिए जाये। उक्त कार्य तीव्र गति से नियमानुसार की जाय।
जिलाधिकारी ने माह फ़रवरी में जिला गुणवक्ता यकीन समिति(DQAC) का बैठक आयोजन के आदेश दिया साथ ही सभी हॉस्पिटल में गैप अस्सेस्मेंट कराकर कार्य योजना बनाने की बात कही।
बैठक में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की समीक्षा विगत कई माह से नहीं किए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी फटकार लगाई गई एवं निर्देश दिया गया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की समीक्षा नियमित रूप से की जाए।
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि नियमित टीकाकरण 95% से घटकर 72% आ गया है। नियमित टीकाकरण के सत्रों का ससमय आयोजन नहीं किया जाना इसका कारण बताया गया। इस पर जिलाधिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिया गया कि प्रत्येक आंगनवाड़ी में हर महीने बुधवार एवं शुक्रवार को हर हाल में नियमित टीकाकरण का आयोजन किया जाए। किसी भी स्थिति में नियमित टीकाकरण के कार्य में बाधा एवं रुकावट पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरपुर के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को केयर,विश्व स्वास्थ संगठन,यूनिसेफ के प्रतिनिधियों के द्वारा मूल्यांकन करवाने की बात कही गई ताकि गैप का पता चल सके एवं इस आधार पर कार्य योजना बनाकर कार्य किया जा सके।
बैठक में सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम ,सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा, डीपीएम बीपी वर्मा ,जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ,जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ एके पांडे ,वरीय चिकित्सक डॉक्टर सीके दास, डब्ल्यूएचओ के जिला प्रतिनिधि डॉ आनंद गौतम, केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी ,जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह ,सहित स्वास्थ विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस
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