आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के 'सीएनसी" इंटरनेशनल कांफ्रेंस में चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर एमओयू एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करके छात्रों और शिक्षकों को दिया सुनहरा अवसर ।

भारत में मध्य प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों में टॉप रैंक प्राप्त आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के क्षेत्र में संवर्धन के लिए हाल ही में तीन अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया है जिसमें चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी (CIDVU), डेलावारे ; वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साइंसेज, टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड आर्ट्स, डेलावारे यूएसए और क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल, सांता क्रुज, अर्जेंटीना (साउथ अमेरिका) के नाम शामिल हैं। भारत सरकार के नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) बंगलौर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर में दिनांक 9 दिसंबर 2022 को उक्त तीनों अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू प्रोग्राम के आयोजन के साथ ही कम्युनिकेशन, नेटवर्क एंड कम्प्यूटिंग (CNC  - 2022) विषय पर तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन भी किया गया है। चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य (CIDVU's Execututive Vice Chancellor Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) ने अवगत कराया कि उन्हें उक्त इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में आईटीएम यूनिवर्सिटी के दिनांक 25 नवंबर 2022 के निमंत्रण पत्र द्वारा गेस्ट ऑफ ऑनर के लिए आमंत्रित किया गया था। निमंत्रण पत्र को सहर्ष स्वीकार करते हुए अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के एक्जीक्यूटिव वीसी प्रो. वी. एन. मौर्य 8 -10 दिसंबर 2022 के दौरान आयोजित  तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर और किनोट स्पीकर उपस्थित हुए जहां देश के प्रसिद्ध कंप्यूटर साइंटिस्ट पद्मा भूषण डॉ. विजय पी.भटकर (Computer Scirntist, Padma Bhushan Dr. Vijay P. Bhatkar) एवं अटल बिहारी वाजपेई ट्रिपल आईटीएम ग्वालियर के डायरेक्टर प्रो. एस. एन. सिंह (IIITM Gwalior Director Prof. S. N. Singh) भी बतौर चीफ गेस्ट उपस्थित हुए। साथ ही आईआईटी समेत देश-विदेश के अन्य विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर एवं शोधकर्ता भी शामिल हुए।
दिनांक 8 दिसंबर 2022 को कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि देवो भव: के तर्ज पर गेस्ट ऑफ ऑनर और चीफ गेस्ट का पुष्प और स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए आईटीएम यूनिवर्सिटी के प्रो - चांसलर श्री दौलत सिंह चौहान (Pro- Chancellor Shri Daulat Singh Chauhan) की गरिमामई उपस्थिति में स्वागत किया गया। तत्पश्चात उनके अभिभाषण का कार्यक्रम शुरू हुआ। पूर्व में नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर रह चुके कंप्यूटर साइंटिस्ट पद्मा भूषण डॉ. विजय पांडुरंग भटकर ने बतौर चीफ गेस्ट अपने अभिभाषण में वैज्ञानिक सोच समझ के साथ जीवन के अन्य पहलुओं पर ध्यान देने पर बल दिया। क्वांटम मैथ्स और क्वांटम मैकेनिक्स की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए विशेष रूप से मानवीयता को अपनाने के लिए महत्व दिया। दा विंसी यूनिवर्सिटी यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने साइंस टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड आर्ट्स के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के संवर्धन के लिए इंटरनेशनल कोलाबोरेशन पर बल देते हुए कहा कि भारतीय और अमेरिकी विश्वविद्यालयों के बीच इंटरनेशनल कोलाबोरेशन के माध्यम से समन्वय स्थापित करके छात्र - छात्राओं को उत्कृष्टतम उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में लाभान्वित किया जा सकता है।  एक्जीक्यूटिव वीसी प्रो. वी. एन. मौर्य ने इस मुख्य बिंदु को लेकर ही सभागार में उपस्थित छात्र- छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित करते हुए संक्षिप्त रूप से अमेरिकी विश्वविद्यालयों  के साथ सहकारिता और सहभागिता के साथ पठन -पाठन पर जोड़ देकर उत्साहित करते हुए अपनी बात को विराम दिया। आईआईटी रुड़की के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ. बृजेश कौशिक (IIT Roorkee Prof. Dr. Brijesh Kaushik) ने छात्रों को ज्ञान -विज्ञान के हर क्षेत्र से रूबरू होने के लिए सचेत किया जिससे उन्हें अपने प्रोफेशनल करियर में उसका भरपूर लाभ मिल सके। आईटीएम के प्रो - वाइस चांसलर  प्रो. संतोष किशन नारायण खेडकर (Pro -Vice Chancellor Prof. S.N. Khedkar), डीन एकेडमिक प्रो. रंजीत सिंह तोमर समेत अन्य लोगों ने अपने वक्तव्य प्रस्तुत करके छात्र -छात्राओं को नवाचार और नव अन्वेषण के लिए प्रेरित किया।  कार्यक्रम में मंच पर आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज ग्वालियर की डायरेक्टर डॉ. मीनाक्षी मजूमदार भी उपस्थित रहीं।
उक्त संदर्भ में उल्लेखनीय है कि 8 दिसंबर को कार्यक्रम के अपरान्ह में विशेष दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन भी किया गया जिसमें  भारत के स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में परम सुपर कंप्यूटर के निर्माता पद्मश्री एवं पद्म भूषण डॉ. विजय पांडुरंग भटकर (Param Super Computer Designer, Padma Bhushan Dr. Vijay Pandurang Bhatkar) एवं प्रसिद्ध तबला वादक पद्म विभूषण जाकिर हुसैन को क्रमशः मानद डॉक्टरेट की डी. एस -सी. और डी. लिट. उपाधियों से सम्मानित किया गया। उक्त श्रृंखला में आपको बता दें कि पद्म भूषण डॉ. विजय पांडुरंग भटकर C -DAC के फाउंडर एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर रह चुके हैं एवं वर्तमान में उन्नत भारत अभियान के चेयरमैन और विजनाना भारती के प्रेसीडेंट भी हैं।
इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दूसरे दिन 9 दिसंबर को चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, यूएसए के विशिष्ट कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने उपरोक्त तीनों अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के बीच एमओयू एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया। उक्त एमओयू प्रोग्राम में सीआईडीयू के एक्जीक्यूटिव वीसी एवं एशियन अमेरिकन डिस्टिंगुश्ड यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (CIDVU's Executive Vice Chancellor and Asian American Distinguished University Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya)  के साथ एमओयू एग्रीमेंट पर आईटीएम यूनिवर्सिटी, ग्वालियर के वाइस चांसलर प्रो. शेर सिंह भाकर (Vice Chancellor Prof. S.S. Bhakar), रजिस्ट्रार डॉ. ओमवीर सिंह (Registrar Dr. Omvir Singh) और इंटरनेशनल कॉपरेशन अफेयर्स एंड प्रोजेक्ट्स के  डीन प्रोफेसर डॉ. श्याम आकाशे (Dean, International Cooperation & Projects,  Prof. Dr. Shyam Akashe) ने आईटीएम यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. संतोष किशन नारायण खेडकर (Pro -Vice Chancellor Prof. Dr. S. N. khedkar), डीन एकेडमिक प्रो.रंजीत सिंह तोमर, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. आनंद कुमार पांडेय, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. पल्लवी खत्री, अन्य संकायों के डीन समेत प्रो. (डॉ.) दिनेश कुमार त्यागी,  उप रजिस्ट्रार डॉ. बसंत टलरेजा एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में अपने हस्ताक्षर किए। गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा और उत्कृष्ट शोध से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओ पर उक्त विश्वविद्यालयों के बीच करारनामा हुआ जिससे दोनो विश्वविद्यालयों के छात्र -छात्राओं और प्राध्यापकों को विशेष रूप से लाभान्वित किया जा सके। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से स्पॉन्सर होने वाले ज्वाइंट रिसर्च प्रोजेक्ट पर दोनो विश्वविद्यालयों के छात्र -छात्राओं और शिक्षकों को अप्लाइड साइंस, मेडिकल साइंस, टेक्नोलॉजी,  मैनेजमेंट, कॉमर्स एंड आर्ट्स के भिन्न- भिन्ना संकायों के महत्वपूर्ण विषयों और विधाओं में गुणवत्तापूर्ण शोध कार्य करने का सुनहरा अवसर मिल सके जिससे उन्हें वैश्विक स्तर पर अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो सके। विशेषकर इच्छुक छात्र -छात्राओं को डुअल सर्टिफिकेशन के साथ डुअल डिग्री मिलने से उन्हें उनके करियर में विशेष लाभ मिलने की अपार संभावनाएं होंगी।

                             टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस

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