आगामी दुर्गा पूजा और चेहल्लुम के अवसर पर ना तो कोई अस्थाई प्रतिमा स्थापित की जाएंगी ना ही पंडाल बनाये जाएंगे । शांति समिति की बैठक में लिया गया निर्णय ।।

मुजफ्फरपुर…......
कोरोना महामारी के संक्रमण के दृष्टिगत आगामी दुर्गा पूजा त्यौहार एवं चेहल्लुम पर्व को देखते हुए जिला स्तरीय शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में आहूत की गई।
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बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक। दोनों अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिषद अध्यक्ष इंदिरा देवी के साथ अन्य पुलिस पदाधिकारी एवं जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।बैठक में जिला स्तरीय शांति समिति के सभी सदस्यगण के साथ सभी समुदायों के प्रबुद्ध नागरिक, दुर्गा पूजा समिति और चेहल्लुम समिति के सदस्य तथा गुरुद्वारा समिति के सदस्य भी उपस्थित थे।आगामी पर्व त्यौहार को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह के द्वारा शांति समिति के सदस्यगण तथा अन्य समिति के सदस्यों से सुझाव आमंत्रित किए गए। विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि *आगामी दुर्गा पूजा और चेहल्लुम के अवसर पर ना तो कोई अस्थाई प्रतिमा स्थापित की जाएंगी ना ही पंडाल बनाये जाएंगे।
वही चेहल्लुम के अवसर पर भी किसी भी तरह का जुलूस या अखाड़े पर प्रतिबंध रहेगा। थाना स्तर पर जुलूस सुर पंडाल के लियेभी कोई लाइसेंस निर्गत नहीं होगा। डीजे बजाने पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। जिले के शहरी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में के विभिन्न मंदिरों में अलग से कोई प्रतिमा स्थापित नहीं की जाएगी। जिला और पुलिस प्रशासन के द्वारा उक्त स्थलों पर सख्ती से सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराया जाएगा। अफवाह फैलाने वाले पर पैनी नजर रखी जा रही है। सामाजिक माहौल को दूषित करने वाले तत्व बख्शे नहीं जाएंगे।
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में सतर्क रहना जरूरी है ताकि संक्रमण से बचा जा सके। इसलिए सभी से अपील है कि लोग अपने घरों में पूजा करें। सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करें। उन्होंने कहा की दो दिन में सभी थाना स्तर पर शांति समिति की बैठकें की जाएंगी। शहर और गांव स्तर पर माइकिंग कर भी लोगों को सूचित किया जाएगा। 
जिलाधिकारी ने कहा कि मुजफ्फरपुर जिले में गंगा जमुना तहजीब की पवित्र परंपरा रही है जिसे अक्षुण्ण रखने में न केवल प्रशासन बल्कि आम नागरिक तथा शांति समिति के सदस्यों की भी अहम भूमिका रही है। यहां सभी लोग आपसी भाईचारा और प्रेम के साथ पर्व त्यौहार मनाते आये हैं। उन्होंने शांति समिति के सदस्यों से अपेक्षा की कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी उनका सहयोग मिलेगा। साथ ही उन्होंने उनसे अनुरोध भी किया कि वे अपने- अपने इलाके में नजर बनाए रखें। किसी भी तरह की सूचना सीधे जिला प्रशासन को दी जा सकती है
 वही वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने कहा कि सोशल मीडिया सोशल मीडिया पर  आपत्तिजनक पोस्ट की जाती है तो संबंधित पर विधि- सम्मत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सामाजिक माहौल में खलल डालने वाले तत्वों पर पुलिस प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है। यदि किसी भी तरह का अफवाह फैलाया जाता है तो उन्हें जेल भेजने में कोई गुरेज नहीं होगा। खेत में बताया गया कि बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2020 को देखते हुए जिले में आचार संहिता लागू है। पूरे जिले में धारा 144 भी लागू है।

                         संवादश्रोत :-मौर्य ध्वज एक्सप्रेस

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