बिहार की राजनीति में , 9 साल की राजनीतिक दूरियां आज मिट गयी । आज दो राजनीतिक विरोधी एक दूसरे के साथ हो गए । RLSP का JDU में आज पूरी तरह से विलय हो गया । जेडीयू कार्यालय में उपेन्द्र कुशवाह के साथ आरएलएसपी के तमाम कार्यकर्ता जेडीयू में शामिल हो गए । अब आरएलएसपी इतिहास बन गयी और इसके नेता समेत कार्यकर्ता जेडीयू के हो गए । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में यह सब हुआ। खुद नीतीश कुमार ने उपेन्द्र कुशवाहा को जेडीयू में शामिल कराया ।
लेकिन इस दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नहीं मौजूद रहने को लेकर राजनीतिक कानाफूसी शुरू हो गयी है । जितने लोग उतनी बातें सामने आ रही है । कहा तो यह भी जा रहा है कि उपेन्द्र कुशवाहा के जेडीयू में शामिल कराने से जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह नाखुश है। इस कारण वो इस मौके पर मौजूद नहीं रहे. पूरे कार्यक्रम के दौरान सभी की निगाहें आरसीपी सिंह को खोजती दिखी, लेकिन वो कहीं नहीं दिखे ।
उधर उपेन्द्र कुशवाहा के जेडीयू में शामिल होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुशी जाहिर की है । उन्होंने रालोसपा के जेडीयू में विलय का स्वागत करते हुए कहा कि कुशवाहा जी के साथ हरवक्त चर्चा होती रहती थी । विलय से काफी खुशी हुई । बहुत दिनों से बातचीत चल रही थी। सभी लोगों से पुराना रिश्ता है, पहले एक थे फिर एक हो गए । सबलोग मिलकर काम करेंगे । चुनाव बाद कई बार इनसे चर्चा होती रही, कई स्तरों पर बातचीत होती रही ।
सीएम नीतीश ने कहा कि कुशवाहा जी पार्टी के वरिष्ठ नेता के तौर पर काम करेंगे । तत्काल प्रभाव ने इन्हें जेडीयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जाता है । पहले भी साथ थे, फिर एक हो गए । अब हम सभी मिलकर काम करेंगे। समाज की सेवा के लिए काम करेंगे । पहले किस प्रकार का वातावरण था। जब से दुनिया है तब से कुछ ना कुछ गड़बड़ करने वाले लोग होते हैं । लेकिन आम तौर पर आज ज्यादा से ज्यादा लोग प्रेम भाईचारे के भाव से एक साथ रहते हैं ।
राजनीति का मतलब सिर्फ चुनाव नहीं है, इसका व्यापक अर्थ है समाज के हर तबके के प्रति प्रेम रखना। उपेन्द्र जी अब आ गए अब हम लोग मिलकर काम करेंगे। आपकी इज्जत है, आप की भी हैसियत है, इसलिए मिल जुलकर काम करना चाहिए ।
वहीं जेडीयू में शामिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि जनता के आदेश का पालन करते हुए फैसला लिया गया है । नीतीश कुमार जी जो जिम्मेदारी देंगे उसका निर्वहन करूंगा । समाज सुधार के लिए पहले से बड़ा मंच मिल गया । हमारी कोई मजबूरी या महत्वाकांझा नहीं है । हमने अपने राजनीतिक जीवन में बहुत उतार चढ़ाव देखे हैं । जनता ने जो आदेश दिया उसका मैंने सम्मान किया । जेडीयू में मेरी भूमिका नीतीश कुमार तय करेंगे । बिहार की जनता का हुक्म था और उसी आदेश का पालन करेंगे । एजुकेशन को लेकर अब साथ काम करेंगे । छात्रों के हित में, किसानों के हित में, आम जनता के हित में हमारा काम जारी रहेगा ।
सोमेश्वर कुमार
(हरसिद्धि , मोतीहारी)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें